राजस्व वसूली में लापरवाही पर यूपीसीएल अधिकारी निलंबित, कर्णप्रयाग कार्यालय से किया गया संबद्ध।

मुख्यमंत्री धामी की सख्त कार्यशैली के तहत हुई कार्रवाई, प्रशासनिक व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में उठाया सख्त कदम

राज्य ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड में जवाबदेही तय करने और प्रशासनिक व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक और सख्त कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कड़ी कार्यशैली और पारदर्शी प्रशासनिक दृष्टिकोण के तहत उत्तराखण्ड पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPCL) के उपखंड अधिकारी (दोराहा, बाजपुर) ललित मोहन को राजस्व वसूली में लापरवाही और अत्यंत खराब प्रदर्शन के चलते तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

काशीपुर व बाजपुर अधिकारियों की संस्तुति पर हुई कार्रवाई

यह कार्रवाई अधीक्षण अभियंता काशीपुर एवं अधिशासी अभियंता बाजपुर की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अधिकारी की लापरवाही से विभागीय राजस्व पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जिससे यह कदम उठाना आवश्यक हो गया।

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यूपीसीएल निदेशक (परिचालन) ने जानकारी दी कि निलंबन के पश्चात श्री ललित मोहन को कर्णप्रयाग स्थित कार्यालय से संबद्ध किया गया है। उनके स्थान पर सहायक अभियंता श्री गिरीश चंद्र पांडे को अस्थायी रूप से अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है।

निलंबन अवधि में नियमानुसार देय होंगे भत्ते

निलंबन के दौरान ललित मोहन को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता, अर्द्धवेतन पर देय अवकाश वेतन के बराबर मिलेगा। इसके साथ महंगाई भत्ता भी अनुमन्य होगा।

  1. अन्य प्रतिकर भत्ते तभी देय होंगे, जब वह यह प्रमाणित करेंगे कि संबंधित मद में उन्होंने वास्तविक व्यय किया है।
  2. उन्हें यह शपथपत्र भी देना होगा कि वे किसी अन्य सेवायोजन, व्यापार या व्यवसाय में संलग्न नहीं हैं।
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यह निर्णय राज्य सरकार की “जवाबदेही और पारदर्शिता पर आधारित सख्त कार्यसंस्कृति” का प्रमाण है। मुख्यमंत्री धामी लगातार ऐसे मामलों में सख्त निर्णय लेते आ रहे हैं ताकि प्रशासनिक जवाबदेही और सेवा गुणवत्ता में सुधार हो सके।

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